“सपने उन्हीं के पूरे होते हैं जो हालातों से हार नहीं मानते।” इस कहावत को सच्चाई में बदला है बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 की टॉपर तनु कुमारी ने, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद मोबाइल, यूट्यूब और सेल्फ स्टडी से पढ़ाई कर पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया।
📍 गाँव की गलियों से टॉपर बनने तक का सफर
मोतिहारी जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली तनु के पास न कोचिंग का सहारा था, न ही किसी बड़े स्कूल की सुविधा। उनके पिता एक छोटे किसान हैं और मां गृहिणी। घर की आर्थिक स्थिति बहुत सामान्य थी, लेकिन तनु के सपने कभी छोटे नहीं हुए। जहां आज के छात्र महंगे कोचिंग और ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन की ओर भागते हैं, वहीं तनु ने पुराना स्मार्टफोन और यूट्यूब को अपना शिक्षक बना लिया।
📱 यूट्यूब बना गुरु, मोबाइल बना किताब
तनु ने बताया कि उन्हें अच्छे स्कूल में जाने का अवसर नहीं मिला, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय यूट्यूब पर मौजूद बिहार बोर्ड के टॉपर्स और शिक्षकों के वीडियो देखना शुरू किया। गणित, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान जैसे कठिन विषयों को उन्होंने “Concept Clarity” और “Trick Tutorials” से समझा।
तनु कहती हैं, “जब मेरी सहेलियां कोचिंग जा रही थीं, मैं अपने मोबाइल से एक-एक टॉपिक को वीडियो में देखकर नोट्स बनाती थी। मेरी यही सेल्फ स्टडी मेरी ताकत बनी।”
👨👩👧 परिवार बना ताकत, न कि दबाव
तनु के माता-पिता ने कभी उस पर दबाव नहीं डाला। उनका कहना था – “बेटी पढ़ रही है, यही बहुत है।” लेकिन तनु ने न केवल परिवार की उम्मीदों को पूरा किया, बल्कि पूरे जिले और राज्य को भी गौरवान्वित किया।
🏆 अब लक्ष्य UPSC
इंटरमीडिएट साइंस स्ट्रीम में बिहार की टॉपर बन चुकी तनु का अगला सपना है UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करना। वह अब अपने गाँव के बच्चों को भी पढ़ाना चाहती हैं ताकि उनके जैसे कई और तनु बन सकें।
💡 प्रेरणा की बात
तनु की कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है जो संसाधनों की कमी को अपनी कमजोरी मान लेता है। यूट्यूब, मोबाइल और आत्मविश्वास से, किसी भी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है – ये तनु ने साबित कर दिया।
“अगर तनु कर सकती है, तो आप भी कर सकते हैं। फर्क बस सोच का है।” 🌟